प्रयोग का नाम – गर्म हवा का गुब्बारा (Hot Air Baloon)
आवश्यक सामाग्री –
एक न्यूज पेपर,
स्टेपलर,
माचिस
कार्यविधि –
सर्वप्रथम हम एक न्यूजपेपर लेते है अब विकर्ण में आमने सामने के सिरों को एक साथ जोड़ कर स्टेपल कर देते है और स्टेपलर की सहायता से इस न्यूजपेपर को गुब्बारेनुमा आकृति बना लेते है ।
फोटो –
अब हमारा गुब्बारा उड़ने के लिए तैयार है । इसके लिये हम खुले जगह पर चलते है और पेपर का ही मशाल बना लेते है । अब मशाल को जला कर पेपर के इस गुब्बारे के चारो कोनो पर एक साथ आग लगा देते है, और यह क्या ? हम देखते है कि आग पकड़ते ही गुब्बारा तेजी के साथ ऊपर उड़ने लगता है ।
ऐसा क्यो होता है ?
जब कोई पदार्थ गर्म होता है तो पदार्थ के अणुओं की मध्य दूरी बढ़ती है जिससे उनका घनत्व कम होने लगता है ।
गुब्बारे के अंदर की हवा गर्म होती है और उसका घनत्व कम हो जाता है ?
गर्म हवा अपेक्षाकृत कम घनत्व व हल्के होने के कारण ऊपर उठने लगती है ।
इस प्रयोग से तापमान के प्रभाव, पदार्थ में घनत्व के अंतर को आसानी से समझा जा सकता है ।
विडियों लिंक:-
ऊपर दिये गये प्रयोग की अवधारणा पर आधारित दैनिक जीवन में गर्म हवा का गुब्बारे का उपयोग:-
गर्म हवा का गुब्बारे द्वारा यात्रा, बालुन राईड
गर्म हवा के हवा का गुब्बारा वास्तव में हवा से हल्का एक विमान होता है जो कि प्रयोग में दिये गये क्रियाविधि पर कार्य करता है ।
गर्म हवा के गुब्बारा में विषेष कपड़ों का बना एक बैग होता है जिसमें नीचे रस्सियों से बंधी एक टोकरी होती है जो कि यात्री और उष्मा स्रोत को ले जाती है ।
टोकरी में उष्मा स्रोत के रूप में सामान्यतः तरल प्रोपेन से भरी ईधन टैंक होती है जिसके जलाकर उसके लौ से लगातार गर्म हवा ऊपर स्थित बैग को प्रदान की जाती है । ईधन के जलने को नियंत्रित कर उष्मा की मात्रा को कम ज्यादा कर सकते है जिससे बैलून ऊपर उड़ने की गति नियंत्रित होती है ।
बहुत ही अच्छा सरल और सारगर्भित वीडियो है बच्चों तथा सभी के लिए ज्ञान प्रद वीडियो के लिए धन्यवाद
धन्यवाद जी